मनुष्यता कक्षा -10 महत्त्वपूर्ण समास स्पर्श भाग -2
- सुमृत्यु- अच्छी है जो मृत्यु (कर्मधारय समास)
- अस्थि -जाल– अस्थियों का जाल (तत्पुरुष समास)
- शरीर- चर्म –शरीर का चर्म (तत्पुरुष समास)
- दया -प्रवाह–दया का प्रभाव (तत्पुरुष समास)
- मदांध– मद से अंधा (तत्पुरुष समास)
- भाग्यहीन–भाग्य से हीन (तत्पुरुष समास)
- फलानुसार –फल के अनुसार ( तत्पुरुष समास)
- महाविभूति –महान है जो विभूति (कर्मधारय समास)
- पशु -प्रवृत्ति–पशु की प्रवृत्ति (तत्पुरुष समास)
- सहर्ष–हर्ष के साथ (अव्ययीभाव समास)
- अखंड़– न खंड (नञ् तत्पुरुष समास)
- परार्थ–दूसरों के लिए (तत्पुरुष समास)
- त्रिलोकनाथ–तीनों लोकों के स्वामी अर्थात ईश्वर ( बहुव्रीहि समास)
- अपंक– न पंक (नञ्–तत्पुरुष समास)
- दीनबंधु– दीनों का बंधु अर्थात ईश्वर (बहुव्रीहि समास)
- परोपकार–दूसरों पर उपकार ( तत्पुरुष समास)
- पुराणपुरुष–पुराण है जो पुरुष (कर्मधारय समास)
- अतर्क – न तर्क ( नञ् तत्पुरुष
- करस्थ- –हाथ में स्थित –( तत्पुरुष समास)
- अनाथ -जिसका नाथ न हो (अव्ययीभाव समास)

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