रचना के आधार पर वाक्य रूपांतरण WORKSHEET-7 (Grade-10)
- ‘कोई राह न सूझने पर क्रोध के शमन के लिए उसका हाथ तलवार की मूठ पर जा टिका ।’ – मिश्र वाक्य में रूपांतरित कीजिए।
- ‘दोनों कबूतर अब खिड़की के बाहर रात-भर उदास और खामोश बैठे रहते हैं ।’ – रचना की दृष्टि से वाक्य-भेद का नाम लिखिए।
- ‘ग्वालियर वाले हमारे मकान के दालान में दो रोशनदान थे।’– रचना की दृष्टि से वाक्य-भेद का नाम लिखिए।
- संयुक्त वाक्य का एक उदाहरण लिखिए।
- ‘वह एक छह मंज़िली इमारत थी जिसकी छत पर एक सुंदर पर्णकुटी थी।’ – सरल वाक्य में बदलिए।
- ‘सुलेमान ने उनकी बातें सुनी और थोड़ी दूर पर रुक गए ।’ मिश्र वाक्य में रूपांतरित कीजिए।
- ‘हरिहर काका नाराज़ होकर घर से निकल पड़े।’ – संयुक्त वाक्य में बदलिए।
- ‘यदि हरिहर काका जैसे लोग आसपास हों तो उनकी सहायता करनी चाहिए।’ सरल वाक्य में बदलिए।
- मिश्र वाक्य का एक उदाहरण लिखिए।
- ‘योजना यह है कि वह किसी तरह नेपाल पहुँच जाए।’ – रचना की दृष्टि से वाक्य-भेद का नाम लिखिए।
- ‘जगह कम पड़ने पर वह उकडूं बैठ गया।’ – संयुक्त वाक्य में रूपांतरित कीजिए ।
- ‘पिताजी के कुएँ से नहाकर लौटने पर माँ ने उन्हें भोजन परोसा ।’ – मिश्र वाक्य में बदलिए।
- ‘वह दरवाज़ाबंद करके मन को किसी और दिशा में ले जाने का प्रयास करने लगा ।’ -रचना की दृष्टि से वाक्य-भेद का नाम लिखिए।
- सरल वाक्य का एक उदाहरण लिखिए।
- ‘हमें अच्छी तरह मालूम है कि वो इन्हीं जंगलों में है।’– सरल वाक्य में बदलिए।
- ‘सुरेश खाना खाकर मेरे पास आएगा ।’ संयुक्त वाक्य में बदलिए।
- ‘मज़दूरों ने काम पूरा किया और चले गए ।’ इस वाक्य को मिश्र वाक्य में बदलिए।
- ‘साँझ हुई और सब बच्चे घर लौट आए ।’ – इस वाक्य को मिश्र वाक्य में बदलिए।
- ‘यद्यपि वह मेधावी बालक है तथापि इस वर्ष अच्छे अंक न ला पाया ।’ रचना के आधार पर वाक्य का भेद है :
- ‘आप भोजन कीजिए और ठंडा पानी पीजिए ।’ रचना के आधार पर वाक्य का भेद है :
- ‘आप बैठ कर विश्राम कीजिए ।’ रचना के आधार पर वाक्य भेद है :
- चिड़िया उड़ी और अपने घोंसले में गई । इस वाक्य को मिश्र वाक्य में बदलिए।
- ‘रमेश घर पहुँचा और अपना गृह-कार्य पूरा किया ।’ इस वाक्य को मिश्र वाक्य में बदलिए।
- ‘प्रातःकाल के छः बजे और लोग सैर के लिए निकल पड़े ।’ इस वाक्य को सरल वाक्य में बदलिए।
- पुलिस ने गोली चलाई और भीड़ तितर-बितर हो गई। इस वाक्य को सरल वाक्य में बदलिए।
- ‘मैं नहीं जानता कि दरवाजा खटखटाने वाला कौन है ?’ रचना के आधार पर वाक्य-भेद है :
- जैसे ही रात हुई वैसे ही आकाश में तारों का मेला लग गया। इस वाक्य को सरल वाक्य में बदलिए।
- बाढ़ आई और उसका सारा कमाया हुआ बह गया। इस वाक्य को सरल वाक्य में बदलिए।
- अतिथि आए और कार्यक्रम शुरू हो गया। इस वाक्य को सरल वाक्य में बदलिए।
- “राजकपूर के याराना अंदाज़ से शैलेन्द्र घबरा गए।” – रचना के आधार पर वाक्य-भेद होगा : –
ANSWER
- जब कोई राह नहीं सूझी, तो क्रोध के शमन के लिए उसका हाथ तलवार की मूठ पर जा टिका।
- सरल वाक्य
- सरल वाक्य
- ‘सुलेमान ने उनकी बातें सुनी और थोड़ी दूर पर रुक गए
- छह मंजिला इमारत की छत पर एक सुंदर पर्णकुटी थी।
- जब सुलेमान ने उनकी बातें सुनीं, तो वे थोड़ी दूर पर रुक गए।”
- हरिहर काका नाराज़ हुए और घर से निकल पड़े।
- हरिहर काका जैसे लोग आसपासहोने पर उनकी सहायता करनी चाहिए।’
- जैसे ही रात हुई वैसे ही आकाश में तारों का मेला लग गया।
- मिश्र वाक्य
- जगह कम पड़ने लगी इसलिए वह उकडूं बैठ गया।
- जब पिता कुएँ से नहाकर लौटे तब माँ ने उन्हें भोजन परोसा ।
- सरल वाक्य
- सरल वाक्य का कोई भी उपयुक्त उदाहरण स्वीकार्य
- हमें उसके इन्हीं जंगलों में होने की बात अच्छी तरह मालूम है ।
- .सुरेश खाना खाएगा और मेरे पास आएगा ।
- जैसे ही मज़दूरों ने काम किया वे चले गए ।
- जैसे ही साँझ हुई वैसे ही सब बच्चे घर लौट आए ।
- मिश्र वाक्य
- संयुक्त वाक्य
- सरल वाक्य
- चिड़िया जब उड़ी तब अपने घोंसले में गई ।
- रमेश जैसे ही घर पहुँचा उसने अपना गृह-कार्य पूरा किया ।
- प्रातःकाल के छः बजते ही लोग सैर के लिए निकल पड़े ।
- पुलिस के गोली चलते ही भीड़ तितर-बितर हो गई।
- मिश्र वाक्य
- रात होते ही आकाश में तारों का मेला लग गया।
- उसका कमाया सब बाढ़ में बह गया।
- अतिथि के आते ही कार्यक्रम शुरू हो गया।
- सरल वाक्य

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