PUC-2 HINDI IMPORTANT GRAMMAR(रिक्त स्थान की पूर्ति)
कोष्टक में दिये गये उचित कारक चिन्हों से रिक्त स्थान भरिए।
(को,के,में,का)
- बैंगलोर……………..खर्च चलाना मुश्किल था। (में)
- विश्वेश्वरय्या समय……………….. बड़े पाबंद थे। (के)
- सिंघ …………..बहुत बड़ा भाग रेगिस्तान है। (का)
- पानी ………………इकट्ठा करना था। (को)
(से, की, का, को)
- चैत.. महीना था। (का)
- जो खर्च करता है, उसी……….देता है। (को)
- अब इन व्यापारों………..उसे घृणा होती थी। (से)
- तुम्हारे बेटों…………तो कमाई है। (की)
(कर्त्तव्य, प्रवृत्ति, सत्य, सम्मान)
(i) सच्चाई की ओर हमारी प्रवृत्ति झुकती है।
(ii) मनुष्य का परम धर्म सत्य बोलना है।
(ii) स्वार्थी लोग अपने कर्तव्य पर ध्यान नहीं देते।
(iv) सत्य बोलने से हमारा सम्मान होगा ।
(उदासी, सेवा, कुर्सियाँ, कावेरी)
(1)……………करने से चरित्र बनता है। (सेवा)
(2) माँ के चेहरे पर……………..थी। (उदासी)
(3) उस दिन दक्षिण की…..बहिन मिली थी। (कावेरी)
(4)…तो बाजार में खूब उपलब्ध है। (कुर्सियां)
(को, से, की, में)
(i) रमेश …………….तीन बहने हैं। (की)
(ii) हम लोग बाग………. घूमेंगे । (में)
(iii) वह गाड़ी………………. उतरा। (से)
(iv) मैंने ब्राह्मण ………….धन दिया । (को)
(की, में, से, को, के, पर)
- अब इन व्यापारों——-से—– उसे घृणा होती थी।
- पानी —– को——इकट्टा करना था।
- चेहरे —-, पर—–उदासी थी।
- तुम्हारे बेटों —-(की,—–तो कमाई है।
- दिल्ली ——में——खर्च चलाना मुश्किल था।
(को, की, से, का, में, ने)
- अबकी उसकी खेती ……….ने……सोना उगल दिया है।
- आधी रात …..का……वक्त होगा।
- इतना श्रम मैंने अपने जीवन ….में……..कभी न किया था।
- दुख की कथा सुनने …………की………फुरसत किसी को भी नहीं।
- दोनों चुपके…………से……………… वापस जाकर गाड़ी में बैठ जाते हैं।
(की, में, ने, का, पर, से)
- चैत ………का ……….महीना था।
- शताब्दी…………..की ……………..सबसे बड़ी उपलब्धि 15 अगस्त 1947 है।
- हाथ…………से …………… गिलास छूट गया।
- बिल्ली…………ने ……………सारा दूध पी लिया।
- नाव नदी……….में ……………. डूब गई।
(के,का,को,की,से,में)
- रेल……का… डिब्बा सन्नाटे से भरा हुआ है।
- देसी अफसरों.. ……की,…….कुछ स्त्रियाँ हँस दी ।
- हम ………से…………कलम लिखते हैं।
- आप उस कमरे ………में ……….बैठे बाबू से मिलिए |
- बरसात….. ……के……………..पानी की तरह आँसू थमते न थे ।
(के, का, को, की, से, में)
- वे दोनों चुपके………से …………. वापस जाकर गाड़ी में बैठ जाते हैं ।
- सुजान……….के ……….. सामने अब एक नई समस्या खड़ी हो गई थी ।
- अब हमें रेल……में ……. चढ़ना है ।
- डिनर……का……. क्या मालूम कब तक चले ?
- बरसात के पानी …………की ………….तरह आँसू थमते न थे ।
(से, की, का, पर, ने, के)
1) इस पद —— पर——– उन्होंने तीन साल तक काम किया ।
2 ) पिताजी——- ने—— बच्चों को मिठाई दी।
3) नरक में निवास स्थान—–की—– समस्या हल हो गयी है।
4)राज्य —-के—–विकास में उनकी देन अनुपम है।
5) कड़ी निगाह —–से——–देखा तक नहीं।
(कमाई, उदासी, मीन-मेष, सेवा, प्रेम, घृणा)
i) चेहरे पर…………..उदासी……………… थी
ii) …………….सेवा……………..करने से चरित्र बनता है।
iii) धर्म के काम में ………………………..मीन-मेष………………निकालना अच्छा नहीं।
iv) अब इन व्यापारों से उसे ……………घृणा………………….होती थी।
v) तुम्हारे बेटों की तो ……………..कमाई……………………है।
-(के लिए, के, ने, में, का, को)
i) माँ…………..ने.………….. बेटे को समझाया।
ii)वीरों ने देश ………..के लिए…..…….प्राणों की आहूति दी।
iii)कुत्ते ……….का….…………….पिल्ला बड़ा प्यारा है।
iv) हम लोग बगीचे………….में ..……….. घूमेंगे।
v) महिलाओं ……को…………..सम्मान देना चाहिए।

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