Hindi grammar important points Grade-10CBSE(Samaas-समास परिभाषा )
समास समास से तात्पर्य ‘संक्षिप्तीकरण‘ से है। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है।
जैसे राजा का पुत्र = राजपुत्र
समास के छः प्रकार हैं-
समास का नाम
1.तत्पुरुष समास
जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो।
उदहारण
ग्रंथकार = ग्रन्थ को लिखने वाला
तुलसीकृत-तुलसीदास द्वारा कृत
सत्याग्रह सत्य के लिए आग्रह
पथभ्रष्ट पथ से भ्रष्ट
राजसभा = राजा की सभा
जलसमाधि = जल में समाधि
2.बहुव्रीहि समास
जिस समास में कोई पद प्रधान नहीं होता और दोनों पद मिलकर किसी तीसरे पद की ओर संकेत करते हैं, उसे बहुव्रीहि समास कहते हैं|
उदहारण
चक्रधर चक्र को धारण किया है जिसने अर्थात (विष्णु) लम्बोदर लंबा हाउ उदर जिसका अर्थात (गणेश)
लम्बोदर लंबा हाउ उदर जिसका अर्थात (गणेश)
3.कर्मधारय समास
जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान- उपमेय का सम्बन्ध हो, पहचानः विग्रह पर दोनों पद के मध्य में ‘है जो‘, ‘के समान’ आदि आते हैं।
उदहारण –
कालीमिर्च काली है जो मिर्च
चरण कमल = कमल रुपी चरण
4.द्विगु समास
जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो।
उदहारण –
तिरंगा = तीन रंगों का समाहार
चौराहा -चार राहों का समाहार
5.अव्यययीभाव समास
जिस समास में पहला पद प्रधान हो और समस्त शब्द अव्यय का काम करे।
उदहारण –
प्रतिदिन- हर दिन
घर-घर- हर घर
यथाशक्ति -शक्ति के अनुसार
6.द्वंद्व समास
द्वन्द्व समास में समस्तपद के दोनों पद प्रधान हों या दोनों पद सामान हों एवं दोंनों पदों को मिलाते समय “और, अथवा या, एवं” आदि योजक लुप्त हो जाएँ, वह समास द्वंद्व समास कहलाता है।
उदहारण –
माता- पिता = माता और पिता
लाभ-हानि =लाभ या हानि
लाभालाभ = लाभ और अलाभ

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