| SUBJECT: HINDI (085) | Term-1 Paper | MAX. MARKS : 80 |
सामान्य निर्देश :
1) इस प्रश्नपत्र में चार खंड हैं- खंड क, ख, ग तथा घ
2) सभी खंडों के प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
3) यथासंभव सभी खंडों के प्रश्नों के उत्तर क्रमशः लिखिए|
खंड-क (अपठित बोध)
- निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
‘प्रबुद्ध भारत’, दिसंबर 1898, को दिए एक साक्षात्कार में विवेकानंदजी ने बताया कि मैंने पृथ्वी के दोनों गोलार्धों का पर्यटन किया है। मेरा तो दृढ़ विश्वास है कि जिस जाति ने सीता को उत्पन्न किया, चाहे वह उसकी कल्पना ही क्यों न हो, उस जाति में स्त्री जाति के लिए इतना अधिक सम्मान और श्रद्धा है, जिसकी तुलना संसार में हो ही नहीं सकती। पाश्चात्य स्त्रियाँ ऐसे कई कानूनी बंधनों से जकड़ी हई हैं, जिनसे भारतीय स्त्रियाँ सर्वथा मुक्त एवं अपरिचित हैं। भारतीय समाज में निश्चय ही दोष और अपवाद दोनों हैं पर यही स्थिति पाश्चात्य समाज की भी है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि संसार के सभी भागों में प्रीति, कोमलता और साधुता को अभिव्यक्त करने के प्रयत्न चल रहे हैं| भारतीय स्त्री-जीवन में बहुत-सी समस्याएँ हैं और ये समस्याएँ बड़ी गंभीर हैं परन्तु इनमें से कोई भी ऐसी नहीं हैं जो ‘शिक्षा’ रूपी मंत्र-बल से हल न हो सके। पर हाँ, शिक्षा की सच्ची कल्पना हममें से कदाचित ही किसी ने की हो। मैं मानता हूँ कि सच्ची शिक्षा वह है जिससे मनुष्य की मानसिक शक्तियों का विकास हो। वह शब्दों का केवल रटना मात्र न हो। यह व्यक्ति की मानसिक शक्तियों का ऐसा विकास हो जिससे वह स्वयमेव स्वतंत्रतापूर्वक विचार करके उचित निर्णय कर सके। भारतीय स्त्रियों को ऐसी शिक्षा दी जाए जिससे वे निर्भय होकर भारत के प्रति अपने कर्तव्य को भली-भाँति निभा सकें और संघमित्रा, लीला, अहिल्याबाई और मीरा आदि महान भारतीय देवियों की परंपरा को आगे बढ़ा सकें, ‘वीर-प्रसूता’ बन सकें।
i. गद्यांश में समस्त विश्व द्वारा किए जाने वाले किन प्रयत्नों का उल्लेख है? 1
(क) स्त्रियों को धार्मिक-सामाजिक शिक्षा दिए जाने के लिए किए जाने वाले प्रयास।
(ख) लोगों में प्रेम, सज्जनता एवं संवेदनशीलता के विकास के लिए किए गए प्रयास।
(ग) मानव जाति की धर्म-राजनीति की शिक्षा हेतु किए जाने वाले प्रयास।
(घ) समस्त समस्याओं का समाधान धर्म में तलाशने हेतु किए जाने वाले प्रयास।
ii. “भारतीय समाज में निश्चय ही दोष और अपवाद दोनों है।’ विवेकानंद ने ऐसा क्यों कहा? 1
(क) भारतीय समाज में महिलाओं के शोषित और सशक्त दोनों रूप होने के कारण।
(ख) भारतीय समाज में महिलाओं का बहुत अधिक शोषण होने के कारण।
(ग) भारतीय समाज में महिलाओं के अत्यधिक धार्मिक होने के कारण।
(घ) भारतीय समाज में महिलाओं के अत्यधिक अशिक्षित होने के कारण।
iii. सच्ची शिक्षा की परिकल्पना में शामिल नहीं है- 1
(क) धर्म-शिक्षा के माध्यम से सामाजिक समस्याओं का समाधान।
(ख) महिलाओं को शिक्षा प्राप्ति में समान रूप से भागीदारी|
(ग) अभय, सजगता एवं कर्त्तव्यबोध के विकास हेतु शिक्षा|
(घ) स्वतंत्र सोच एवं निर्णय क्षमता के विकास हेतु शिक्षा|
iv. हर समस्या के समाधान का राम-बाण क्या है? 2
v. गद्यांश के अनुसार सच्ची शिक्षा क्या है? 2
2.निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित दिए गए प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर
लिखिए :
क्रोध दुःख के चेतन कारण के साक्षात्कार या अनुमान से उत्पन्न होता है। साक्षात्कार के समय दुःख और उसके कारण के संबंध का परिज्ञान आवश्यक है। तीन-चार महीने के बच्चे को कोई हाथ उठाकर मार दे, तो उसने हाथ उठाते तो देखा है पर उसकी पीड़ा और उस हाथ उठाने से क्या संबंध है, यह वह नहीं जानता है। अतः वह केवल रोकर अपना दुःख मात्र प्रकट कर देता है। दुःख के कारण की स्पष्ट धारणा के बिना क्रोध का उदय नहीं होता। दुःख के सज्ञान कारण पर प्रबल प्रभाव डालने में प्रवृत्त करवाने वाला मनोविकार होने के कारण क्रोध का आविर्भाव बहुत पहले देखा जाता है। शिशु अपनी माता की आकृति से परिचित हो जाने पर ज्यों ही यह जान जाता है कि दूध इसी से मिलता है, भूखा होने पर वह उसे देखते ही अपने रोने में कुछ क्रोध का आभास देने लगता है।
सामाजिक जीवन में क्रोध की ज़रूरत बराबर पड़ती है। यदि क्रोध न हो तो मनुष्य दूसरों के द्वारा पहुँचाए जाने वाले बहुत से कष्टों की चिरनिवृत्ति का उपाय ही न कर सकेगा। समाज में निराशा और अत्याचार का बोलबाला बढ़ जाएगा। कोई मनुष्य किसी दुष्ट के नित्य दो-चार प्रहार सहता है। यदि उसमें क्रोध का विकास नहीं हुआ है तो वह केवल आह-ऊह करेगा, जिसका उस दुष्ट पर कोई प्रभाव नहीं। उस दुष्ट के हृदय में विवेक, दया आदि उत्पन्न करने में बहुत समय लगेगा । संसार किसी को इतना समय ऐसे छोटे-छोटे कामों के लिए नहीं दे सकता।
(i)क्रोध की उत्पत्ति का क्या कारण है ?
(क) सामने वाले के हृदय में दया उत्पन्न करना
(ख )दुःख के चेतन कारण के साक्षात्कार का अनुमान
(ग)क्रोध को अपना जन्मसिद्ध अधिकार मानना
(घ )अपनी भावनाओं पर नियंत्रण न रख पाना
(ii) माँ की गोद में जाते ही शिशु क्यों शांत हो जाता है ? (1)
(क) माता शिशु की जननी है।
(ख) सुरक्षा का अनुभव करता है।
(ग) माँ की गोद में ममता का अनुभव करता है।
(घ ) माँ की आकृति पहचान भूख शांत हो जाने की आशा है।
(iii) निम्नलिखित कथन और कारण को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए विकल्पों से सही उत्तर चुनकर
लिखिए : (1)
कथन : क्रोध की आह-ऊह का दुष्ट पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
कारण :दुष्ट के हृदय में विवेक, दया आदि उत्पन्न करने में बहुत समय लगेगा।
विकल्प :
(क) कथन सही है, लेकिन कारण, कथन की ग़लत व्याख्या करता है।
(ख) कथन और कारण दोनों ग़लत हैं।
(ग) कथन सही है और कारण, कथन की सही व्याख्या करता है।
(घ ) कथन ग़लत है, लेकिन कारण सही है।
(iv) गद्यांश का लेखक सामाजिक जीवन में क्रोध का समर्थन करता है, क्यों ? (2)
(v) गद्यांश के आधार पर क्रोध की व्याख्या कीजिए। (2)
खण्ड ख
(व्यावहारिक व्याकरण)
- निर्देशानुसार ‘पदबंध’ पर आधारित पाँच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए : (4×1=4)
(क) ‘बचपन में हरिहर काका मुझे सुबह से शाम तक घुमाया करते थे ।वाक्य में से’ क्रिया-विशेषण (अव्यय) पदबंध चुनकर लिखिए।
(ख) किसी वाक्य में विशेषण पदबंध की पहचान कैसे की जा सकती है?
(ग) ‘गाँव के मध्य बरगद का पुराना वृक्ष स्थित है।’ इस वाक्य में रेखांकित भाग किस पदबंध का उदाहरण है और क्यों ? स्पष्ट कीजिए।
(घ) ‘बाहर से आए छात्रों में से कुछ देशाटन के लिए गए हैं।’ वाक्य में रेखांकित पदबंध का भेद लिखिए।
(ङ) ‘अवकाश के दिनों में एक-डेढ़ महीना खूब खेला-कूदा करते थे।’ वाक्य में रेखांकित पदबंध का भेद लिखिए।
4.निर्देशानुसार ‘रचना के आधार पर वाक्य रूपांतरण’ पर आधारित पाँच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए : 4 x 1 = 4
(क)मिश्र वाक्य को संयुक्त वाक्य में कैसे रूपांतरित किया जाता है? उदाहरण सहित लिखिए।
(ख)’सआदत अली हमारा दोस्त है और बहुत ऐश पसंद आदमी है।’– सरल वाक्य में रूपांतरित कीजिए।
(ग)’नेचर की सहनशक्ति की भी एक सीमा होती है।’ मिश्र वाक्य में रूपांतरित कीजिए।
( घ)’नूह उनकी बात सुनकर दुखी हो मुद्दत तक रोते रहे।’ – संयुक्त वाक्य में रूपांतरित कीजिए।
(ङ)’बाइबिल और दूसरे पावन ग्रंथों में नूह नाम के एक पैगंबर का जिक्र मिलता है।’ – रचना की दृष्टि से वाक्य का भेद लिखिए।
5.निर्देशानुसार ‘समास’ पर आधारित पाँच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए : 4 x 1 = 4
(क)द्वंद्व समास की विशेषता बताते हुए एक उदाहरण दीजिए।
(ख) तुलसी द्वारा कृत (रचित) रामचरितमानस प्रसिद्ध ग्रंथ है । रेखांकित पदों की जगह उपयुक्त समस्तपद प्रयुक्त कीजिए तथा समास का नाम भी लिखिए।
(ग)’कृष्णमृग’ समस्तपद का विग्रह करते हुए समास का नाम भी लिखिए।
(घ)’दशानन’ समस्तपद समास के किस भेद का उदाहरण है ?
(ङ)पीतांबर’ समस्तपद का विग्रह कर्मधारय और बहुव्रीहि समास दोनों रूपों में कीजिए।
6.निर्देशानुसार ‘मुहावरे’ पर आधारित पाँच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए : 4 x 1 =4
(क) ‘जिस व्यक्ति को विरह रूपी सर्प डस लेता है उस पर कोई मंत्र नहीं लगता।’ पंक्ति से मुहावरा चुनकर वाक्य में प्रयोग कीजिए।
(ख)’जरा भी अच्छा न लगना’ (न सुहाना) अर्थ को व्यक्त करने वाला उपयुक्त मुहावरा लिखिए।
(ग) ‘जिगर के टुकड़े-टुकड़े होना’ मुहावरे का वाक्य में इस प्रकार प्रयोग कीजिए कि उसका अर्थ स्पष्ट हो जाए।
(घ)’जब से प्रतियोगी परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया है, अक्षय के…………………. पड़ रहे ।’ – उपयुक्त मुहावरे द्वारा रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए।
(ङ)’तिल का ताड़ बनाना’ मुहावरे के अर्थ को व्यक्त करने वाला कोई अन्य मुहावरा लिखिए।
खण्ड ग
(पाठ्य-पुस्तक)
7.निम्नलिखित पठित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए : 5 x 1 = 5
इतिहास में रावण का हाल तो पढ़ा ही होगा। उसके चरित्र से तुमने कौन-सा उपदेश लिया ? या यों ही पढ़ गए ? महज इम्तिहान पास कर लेना कोई चीज़ नहीं, असल चीज़ है बुद्धि का विकास । जो कुछ पढ़ो, उसका अभिप्राय समझो। रावण भूमंडल का स्वामी था। ऐसे राजाओं को चक्रवर्ती कहते हैं। आजकल अंग्रेज़ों के राज्य का विस्तार बहुत बढ़ा हुआ है, पर इन्हें चक्रवर्ती नहीं कह सकते। संसार में अनेक राष्ट्र अंग्रेज़ों का आधिपत्य स्वीकार नहीं करते, बिलकुल स्वाधीन हैं। रावण चक्रवर्ती राजा था, संसार के सभी महीप उसे कर देते थे । बड़े-बड़े देवता उसकी गुलामी करते थे । आग और पानी के देवता भी उसके दास थे, मगर उसका अंत क्या हुआ ? घमंड ने उसका नाम-निशान तक मिटा दिया, कोई उसे एक चुल्लू भर पानी देने वाला भी न बचा। आदमी और जो कुकर्म चाहे करे, पर अभिमान न करे, इतराए नहीं। अभिमान किया और दीन-दुनिया दोनों से गया।
(i)गद्यांश में रावण का उदाहरण किस उद्देश्य से दिया गया है ? 1
(A) छोटे भाई को अभिमान के दुष्परिणामों से अवगत कराने के लिए
(B) रावण के दुखदायी और एकाकी अंत से परिचित कराने के लिए
(C) रावण को अंग्रेज़ों से भी अधिक शक्तिशाली बताने के लिए
(D) रावण के शक्तिशाली साम्राज्य से परिचित कराने के लिए
(ii)रावण को चक्रवर्ती सम्राट कहे जाने का प्रमुख कारण है : 1
(A) बड़े-बड़े देवताओं को अपने नियंत्रण में रखना
(B) संपूर्ण संसार पर अपना आधिपत्य स्थापित करना
(C) राजा-महाराजाओं से मनमाना कर वसूल करना
(D) अपने राज्य का विस्तार दूर तक करना
(iii)निम्नलिखित कथन और कारण को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए विकल्पों से सही उत्तर चुनकर
लिखिए :
कथन: इम्तिहान पास कर लेना कोई चीज़ नहीं, असल चीज़ है बुद्धि का विकास ।
कारण:वास्तविक ज्ञान बौद्धिक ज्ञान है जो जीवन को सार्थक बनाता है।
विकल्प :
(A) कथन और कारण दोनों ग़लत हैं।
(B) कथन और कारण दोनों सही हैं और कारण, कथन की सही व्याख्या करता है।
(C)कथन ग़लत है, लेकिन कारण सही है।
(D) कथन सही है, लेकिन कारण, कथन की ग़लत व्याख्या करता है।
(iv)कॉलम-I को कॉलम-II से सुमेलित कीजिए और सही विकल्प का चयन कीजिए:
| कॉलम-I | कॉलम-II |
| 1 .नाम-निशान मिटा देना 2 .एक चुल्लू भर पानी न देना 3 .दीन-दुनिया से जाना | I. कहीं का नहीं रहना II. अस्तित्व समाप्त करना III. थोड़ी भी सहायता न करना |
विकल्प :
(A) 1-III. 2-II, 3-1
(B) 1-1, 2-II, 3-III
(C) 1-II, 2-III, 3-1
(D) 1-II, 2-1, 3-III
(v) गद्यांश के मूल भाव को व्यक्त करने वाला/वाले कथन है/हैं:
I. व्यक्ति को घमंड नहीं करना चाहिए।
II. शिक्षा प्राप्ति का उद्देश्य ज्ञान के साथ बौद्धिक विकास है।
III. देवताओं का अनादर नहीं करना चाहिए।
IV. किताबें पढ़कर ही शिक्षा प्राप्त की जा सकती है।
विकल्प :
(A) केवल IV
(B) केवल II
(C) I और II दोनों
(D) I और IV दोनों
- गद्य खंड पर आधारित निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25 – 30 शब्दों में लिखिए : 3 x 2 = 6
(क) ‘एक संगठित समाज कृत-संकल्प हो तो कुछ भी कर सकता है।’ ‘डायरी का एक पन्ना’ पाठ के आधार पर इस कथन को सिद्ध कीजिए।
(ख) अंडमान निकोबार द्वीपसमूह की भौगोलिक स्थिति स्पष्ट करते हुए, इसमें आए परिवर्तन का उल्लेख ‘तताँरा-वामीरो कथा’ पाठ के आधार पर कीजिए।
(ग) खेलों में रुचि होते हुए भी बड़े भाई साहब अपने शौक को पूरा क्यों नहीं कर पाते थे ?
(घ) ‘अब कहाँ दूसरे के दुख से दुखी होने वाले’ पाठ के आधार पर नूह के मुद्दत तक रोते रहने का कारण स्पष्ट कीजिए। इससे उनके चरित्र की किस विशेषता का पता चलता है?
9.निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्पों का चयन कीजिए :
5 x 1 = 5
पावस ऋतु थी, पर्वत प्रदेश, पल-पल परिवर्तित प्रकृति-वेश ।
मेखलाकार पर्वत अपार
अपने सहस्र दृग-सुमन फाड़, अवलोक रहा है बार-बार नीचे जल में निज महाकार, – जिसके चरणों में पला ताल – दर्पण-सा फैला है विशाल !
(i)’पल-पल परिवर्तित प्रकृति-वेश’ पंक्ति का अभिप्राय है : 1
(A) प्रकृति अपनी वेशभूषा बार-बार बदल रही है
(B) पर्वतों पर बादल बार-बार रूप बदल रहे हैं
(C) प्रकृति का रूप सौंदर्य पल-पल नए रूप धारण कर रहा है
(D) बादल बार-बार प्रकृति को नया रूप प्रदान कर रहे हैं
(ii)पर्वतों की आँखें किसे कहा गया है ? 1
(A) दर्पण को
(B)ताल को
(C) पुष्पों को
(D) मेखला को
(iii) तालाब की समानता दर्पण से किस आधार पर की गई है ? 1
(A) रूपाकार
(B) चमक
(C) पारदर्शिता
(D) स्वच्छता
(iv) पर्वत ताल में क्या देख रहा है ?
(A) आकाश का प्रतिबिंब
(B) रंग-बिरंगे पुष्प 1
(C) अपना विशाल आकार
(D) बादलों का सौंदर्य
(v) प्रस्तुत काव्यांश में कवि ने किसका वर्णन किया है ? 1
(A) वर्षा ऋतु में पर्वतीय प्रदेश की अलौकिक सुषमा
(B) वर्षा ऋतु में रंग-बिरंगे पुष्पों की सुंदरता
(C) पर्वतीय प्रदेशों में पाई जाने वाली वनस्पति
(D) पर्वतों की तलहटी में पलने वाले तालाब
10.काव्य खंड पर आधारित निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25 – 30 शब्दों में लिखिए : 3 x 2 = 6
(क)तन और वस्त्रों की स्वच्छता तो साबुन-पानी से की जा सकती है, स्वभाव को किस प्रकार स्वच्छ किया जा सकता है ? कबीर की साखी के संदर्भ में लिखिए।
(ख)श्रीकृष्ण की चाकरी करने के पीछे मीराबाई की क्या अभिलाषा थी ?
(ग)मनुष्यता’ कविता के संदर्भ में लिखिए कि उदार लोगों के प्रति संसार कैसा आचरण करता है ?
(घ)’‘साखी’ पाठ के आधार पर ‘घर’ की प्रतीकात्मकता स्पष्ट करते हुए लिखिए कि कबीर अपने बताए मार्ग पर चलने वालों का घर क्यों जलाना चाहते हैं ?
- पूरक पाठ्य-पुस्तक ‘संचयन’ पर आधारित निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 40 – 50 शब्दों में लिखिए : 2 x 3 = 6
(क) ‘हरिहर काका’ पाठ में हरिहर काका की तुलना मझधार में फँसी नाव पर सवार लोगों से किस आधार पर की गई है? स्पष्ट कीजिए।
(ख) ‘सपनों के-से दिन’ पाठ में अंग्रेज़ों द्वारा गाँव के नवयुवकों को फ़ौज में भर्ती करने के लिए नौटंकी द्वारा उन्हें आकर्षित करने का उल्लेख किया गया है। वर्तमान समय में प्रचार-प्रसार के तरीकों में क्या परिवर्तन आया है?
(ग)हरिहर काका’ कहानी की पृष्ठभूमि ग्रामीण जीवन पर आधारित है, जिसमें पारिवारिक संबंधों के निःस्वार्थ प्रेम के स्थान पर बढ़ती स्वार्थ-लिप्सा को दर्शाया गया है। क्या यह कहानी शहरी जीवन के यथार्थ को भी उजागर करती है? तर्क सहित स्पष्ट कीजिए ।
खण्ड घ
(रचनात्मक लेखन)
- निम्नलिखित तीन विषयों में से किसी एक विषय पर दिए गए संकेत-बिन्दुओं के आधार पर लगभग 120 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए : 5
(क)पर सेवा का सुख
संकेत-बिंदु
पर सेवा से अभिप्राय
पर सेवा से प्राप्त अनुभव
मानव जीवन की कृतार्थता
(ख)धरती का बढ़ता तापमान
संकेत-बिंदु
तापमान बढ़ोतरी का कारण
बढ़ोतरी से उत्पन्न समस्याएँ
बढ़ते तापमान का समाधान
(ग) टी-20 विश्व कप (2024) का सबसे रोमांचक मैच
संकेत-बिंदु
मैच का परिचय
मैच के रोमांचक पल
विजेता टीम के साथ उल्लास
विजता टाम क साथ उल्लास - निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए : 5 क)अपने विद्यालय में आयोजित होने वाले खेल-दिवस समारोह में किसी विशिष्ट खेल में सम्मानित व्यक्ति को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करते हुए प्रधानाचार्य की ओर से एक पत्र लिखिए। अथवा (ख)आपका नाम शोभित/शोभना है। भीषण गर्मी के कारण वैश्विक स्तर पर जंगलों में लगने वाली आग पर चिंता और उसके समाधानों पर विचार व्यक्त करते हुए किसी प्रतिष्ठित दैनिक हिंदी समाचार-पत्र के संपादक को पत्र लिखिए।
14.निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 60 शब्दों में सूचना लिखिए : 4
(क)आप दिव्य/दिव्या हैं। आप अपनी आवासीय समिति के कल्याण सचिव हैं। अपनी सोसायटी में आयोजित होने वाले सात दिवसीय योग शिविर की जानकारी देते हुए एक सूचना लिखिए।
अथवा
(ख)आप विद्यालय के विद्यार्थी परिषद् के सचिव दिव्य/दिव्या हैं। आर्थिक दृष्टि से कमजोर विद्यार्थियों की सहायता हेतु विद्यालय के पुस्तकालय में बुक-बैंक की स्थापना की गई है। इस विषय में सभी विद्यार्थियों को इसकी जानकारी देने हेतु एक सूचना तैयार कीजिए।
15.निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 40 शब्दों में विज्ञापन लिखिए : 3
(क)सोलर पैनल वाली कंपनी ‘ऊर्जा’ की ओर से अपने उत्पाद की जानकारी देने और बिक्री बढ़ाने हेतु एक आकर्षक विज्ञापन तैयार कीजिए।
अथवा
(ख)प्रदेश सरकार की ओर से दसवीं और बारहवीं कक्षा के मेधावी छात्रों को पुरस्कृत किए जाने की जानकारी देते हुए आकर्षक विज्ञापन तैयार कीजिए।
16.(क) आप भैरव/भैरवी हैं। अपने क्षेत्र में सरकारी दवाखाना खुलवाने का निवेदन करते हुए नगर निगम स्वास्थ्य अधिकारी को लगभग 80 शब्दों में एक ई-मेल लिखिए। 5
अथवा
(ख)”रविवार का दिन था। माँ रसोई में खाना बना रही थी तभी दरवाज़े पर दस्तक हुई।” – पंक्ति को आधार बनाकर लगभग 100 शब्दों में एक लघुकथा लिखिए।
Answer key
i. गद्यांश में समस्त विश्व द्वारा किए जाने वाले किन प्रयत्नों का उल्लेख है?
(ख) लोगों में प्रेम, सज्जनता एवं संवेदनशीलता के विकास के लिए किए गए प्रयास।
ii. “भारतीय समाज में निश्चय ही दोष और अपवाद दोनों है।’ विवेकानंद ने ऐसा क्यों कहा?
(क) भारतीय समाज में महिलाओं के शोषित और सशक्त दोनों रूप होने के कारण।
iii. सच्ची शिक्षा की परिकल्पना में शामिल नहीं है-
(क) धर्म-शिक्षा के माध्यम से सामाजिक समस्याओं का समाधान।
iv. हर समस्या के समाधान का राम-बाण क्या है?
उत्तर- सभी समस्याओं का समाधान शिक्षा से ही होता है,इसलिए हर समस्या के समाधान का रामबाण सर्व-शिक्षा है|
v. गद्यांश के अनुसार सच्यी शिक्षा क्या है?
उत्तर- गद्यांश के अनुसार सच्ची शिक्षा वह है जिससे मनुष्य की मानसिक शक्तियों का विकास हो |वह शब्दों का केवन रटना मात्र न हो |
2अपठित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय/वस्तुपरक प्रश्न :
(i)(B)दुख के चेतन कारण के साक्षात्कार का अनुमान
(ii)(D)माँ की आकृति पहचान भूख शांत हो जाने की आशा है।
(iii)(A)कथन सही है लेकिन कारण, कथन की गलत व्याख्या करता है।
(iv)दूसरों के द्वारा पहुँचाए जाने वाले कष्टों से बचने के लिए
समाज से निराशा और अत्याचार दूर करने के लिए
(v)दुख के कारण की जानकारी या अनुमान से जन्म लेने वाला भाव
दूसरों के द्वारा सताए जाने पर उत्पन्न होने वाला भाव
क्रोध के कारण तथा परिणाम के अन्य बिंदु भी स्वीकार्य
3.’पदबंध’ पर आधारित पाँच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर अपेक्षित :
(क)सुबह से शाम तक
(ख)विशेषण पदों का समूह / शीर्ष पद विशेषण
(ग)संज्ञा पदबंध, संज्ञा पदों का समूह / शीर्ष पद संज्ञा
(घ)सर्वनाम पदबंध
(ड)क्रिया पदबंध
4.’रचना के आधार पर वाक्य भेद’ पर आधारित पाँच प्रश्नों में से किन्हीं चार
प्रश्नों के उत्तर अपेक्षित :
(क)मिश्र वाक्य के प्रधान एवं आश्रित उपवाक्यों को स्वतंत्र वाक्यों में बदलना तथा उन्हें योजक से जोड़ना,
उदाहरण – मिश्र वाक्य- जैसे ही अध्यापक कक्षा में आए छात्र शांत हो गए।
(ख)हमारा दोस्त सआदत अली बहुत ऐश पसंद आदमी है। (ग)नेचर की जो सहनशक्ति है उसकी भी एक सीमा होती है /जो नेचर की सहनशक्ति है उसकी भी एक सीमा होती है।
(घ)नूह उनकी बात सुनकर दुखी हुए और मुद्दत तक रोते रहे।
(ड)सरल वाक्य
5.‘समास’ पर आधारित पाँच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर अपेक्षित :
(क)द्वंद्व समास में पूर्व और उत्तर दोनों पद प्रधान,
उदाहरण- सुख-दुख, दूध-दही आदि ।
(अन्य उपयुक्त उदाहरण स्वीकार्य)
(ख)-तुलसीकृत – तत्पुरुष समास
(ग)कृष्ण है जो मृग – कर्मधारय समास –
(घ)विग्रह के अनुसार- बहुव्रीहि समास/द्विगु समास/कर्मधारय समास
(ड)पीला/पीत है जो अंबर – कर्मधारय समास या पीले/पीत हैं अंबर जिनके – बहुव्रीहि —
समास
6.’मुहावरे’ पर आधारित पाँच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर अपेक्षित :
(क)’मंत्र न लगना’ मुहावरा, उपयुक्त वाक्य प्रयोग
(ख)फूटी आँख न सुहाना
(ग)उपयुक्त वाक्य प्रयोग
(घ)पाँव जमीन पर न पड़ना (ङ)राई का पहाड़ बनाना/बात का बतंगड़ बनाना
7.’पठित गद्यांश’ पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर :
i.(A) छोटे भाई को अभिमान के दुष्परिणामों से अवगत कराने के लिए
ii.(B) संपूर्ण संसार पर अपना आधिपत्य स्थापित करना
iii.(B)कथन और कारण दोनों सही हैं और कारण, कथन की सही व्याख्या करता है।
iv.(C) 1-II, 2-III, 3-I
v.(C) I और II दोनों
8.’गद्य खंड’ पर आधारित किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर (लगभग 25-30 शब्दों में)
(क) संगठन में शक्ति
अंग्रेज सरकार के नोटिस के बावजूद कलकत्तावासियों (स्त्री और पुरुष) द्वारा मोनुमेंट पर झंडा फहराना और स्वतंत्रता की प्रतिज्ञा पढ़ा जाना
सुभाष बाबू के नेतृत्व में कलकत्तावासियों का एकजुट होना
(ख)भौगोलिक स्थिति –
अंदमान द्वीपसमूह में पोर्ट ब्लेयर से लगभग सौ किलोमीटर दूर स्थित लिटिल अंदमान द्वीप के बाद निकोबार द्वीपसमूह की श्रृंखला आरंभ
लिटिल अंदमान द्वीप से 96 किलोमीटर दूर निकोबार द्वीपसमूह का पहला द्वीप कार -निकोबार
परिवर्तन –
लोककथा के अनुसार पहले दोनों द्वीप जुड़े हुए, तताँरा के क्रोध के कारण दो भागों में विभक्त
(ग)उत्तरदायित्वबोध के कारण
छोटे भाई को सही राह पर चलाने के लिए
उसके सामने आदर्श प्रस्तुत करने के लिए
(घ)रोने का कारण –
घायल कुत्ते द्वारा गलती का बोध कराने पर नूह का पश्चाताप करना
चरित्र की विशेषता –
संवेदनशील, दया और करुणा की भावना से ओत-प्रोत
9.’पठित काव्यांश’ पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर :
(C) प्रकृति का रूप-सौंदर्य पल-पल नए रूप धारण कर रहा है
(C) पुष्पों को
(C) पारदर्शिता
(C) अपना विशाल आकार
(A) वर्षा ऋतु में पर्वतीय प्रदेश की अलौकिक सुषमा
10.’काव्य खंड’ पर आधारित किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर (लगभग 25-30 शब्दों में) –
(क)निंदक अपनी आलोचनाओं से हमें हमारी कमियों से अवगत कराता है।
कमियों को दूर कर, स्वभाव को निर्मल करने का अवसर प्रदान करता है।
(ख)श्रीकृष्ण के सामर्थ्य और पुरुषार्थ को जन-सामान्य तक पहुँचाना
उनके भक्तवत्सल स्वरूप का उदाहरण देते हुए लोगों के साथ-साथ स्वयं की भी पीड़ा हरने का निवेदन करना
(ग)
- संसार हमेशा उसे याद रखता है।
- उस उदार व्यक्ति का सदैव उदाहरण दिया जाता है।
- शास्त्रों तथा कथाओं में उनका उल्लेख होता है।
- (घ)घर की प्रतीकात्मकता,स्वार्थ, अहंकार, अज्ञानता आदि मनोविकार
- प्रतीकात्मक घर जलाने का कारण
- मनोविकारों से मुक्त होना
- स्वस्थ समाज का निर्माण करना
11.पूरक पाठ्य-पुस्तक ‘संचयन’ पर आधारित निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 40 – 50 शब्दों में लिखिए : 2 x 3 = 6
(क)हरिहर काका का जीवन भी मझधार में फँसी नाव में सवार लोगों की तरह असहाय और बेसहारा हो जाना
नाव पर सवार लोगों की तरह जीवन की जद्दोजहद से हारकर मौन धारण कर लेना
स्वयं को परिस्थितियों के भरोसे छोड़ देना
(ख)तकनीक के प्रयोग से वर्तमान समय में प्रचार-प्रसार के तरीकों में भारी अंतर
मुद्रित और इलैक्ट्रानिक्स माध्यमों का उपयोग
सोशल मीडिया की मदद से भी प्रचार-प्रसार (अन्य उपयुक्त उत्तर भी स्वीकार्य)
(ग)शहरी जीवन में भी वृद्धजन अकसर अकेलेपन, संपत्ति के लालच, और भावनात्मक उपेक्षा का शिकार होते हैं।
- स्वार्थ-प्रधान संबंध: शहरों में भी पारिवारिक रिश्तों में भावनात्मक जुड़ाव की जगह भौतिक लाभ और संपत्ति की चिंता प्रमुख हो गई है।
- धार्मिक संस्थाओं की भूमिका: जैसे महंत हरिहर काका की जमीन हथियाने की कोशिश करता है, वैसे ही शहरों में भी कई धार्मिक या सामाजिक संस्थाएं वृद्धों को बहला-फुसलाकर संपत्ति हड़पने का प्रयास करती हैं।
- एकाकीपन और असुरक्षा: शहरी वृद्धजन भी अक्सर अकेले रहते हैं, और उनके अपने रिश्तेदार उन्हें केवल संपत्ति के लिए याद करते हैं।
खण्ड घ
(रचनात्मक लेखन)
12. (क)पर सेवा का सुख
पर सेवा का मतलब है दूसरों की निस्वार्थ भाव से मदद करना। जब कोई व्यक्ति किसी जरूरतमंद की सहायता करता है, तो उसे एक गहरा आत्मिक संतोष और सच्चे सुख का अनुभव होता है। पर सेवा का अर्थ केवल दान देना नहीं है; यह किसी की पीड़ा को साझा करना, दुखी व्यक्ति को सहारा देना, और समाज के भले के लिए काम करना भी है। पर सेवा करने से इंसान के अंदर करुणा, दया और मानवीयता की भावना विकसित होती है। इससे न केवल मदद पाने वाला खुश होता है, बल्कि सेवा करने वाले का मन भी हल्का और आनंदित हो जाता है। यही अनुभव हमें जीवन की सच्ची संतोष का अहसास कराता है। वास्तव में, पर सेवा ही मानव जीवन का सबसे बड़ा धर्म और सर्वोत्तम कार्य है।
(ख)धरती का बढ़ता तापमान
धरती का तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है, और इसका मुख्य कारण हैं—मानवजनित गतिविधियाँ जैसे औद्योगीकरण, वाहनों से निकलने वाला धुआँ, वनों की कटाई, और जीवाश्म ईंधनों का अत्यधिक उपयोग। इस तापवृद्धि के चलते जलवायु असंतुलन, बर्फ के ग्लेशियरों का पिघलना, समुद्र स्तर में वृद्धि, सूखा, बाढ़, और जैव विविधता का संकट उत्पन्न हो रहा है। इसका मानव स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। इस समस्या का समाधान है—नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग, वृक्षारोपण, पर्यावरणीय जागरूकता, और हरित तकनीकों को अपनाना। अगर हम समय रहते सतर्क नहीं हुए, तो यह संकट भविष्य की पीढ़ियों के लिए विनाशकारी साबित हो सकता है। इसलिए, धरती को बचाने के लिए हमें मिलकर प्रयास करने होंगे।
(ग)टी-20 विश्व कप (2024) का सबसे रोमांचक मैच
2024 का विश्व कप सबसे रोमांचक मुकाबला भारत और इंग्लैंड के बीच में हुआ। इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 185 रन बनाए, जिससे मैच का तनाव बढ़ गया। भारतीय टीम की शुरुआत हल्की-फुल्की रही, लेकिन सूर्यकुमार यादव के तेज गेंदबाज और फाइनल ओवर में शानदार बल्लेबाजों ने मैच को दिलचस्प बना दिया। अंतिम गेंद पर दो रन लेकर भारत ने जीत हासिल की।
जीत के बाद पूरे स्टेडियम में खुशी की लहर दौड़ गई। खिलाड़ियों ने एक-दूसरे को गले लगाया| दर्शकों ने स्ट्राइक बलया और कैप्टन रोहित शर्मा ने टीम की कप्तानी की। यह मैच क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक अद्भुत अनुभव बन गया
13.पत्र लेखन
परीक्षा भवन
क. ख.ग. नगर
दिनांक – 21/08/2025
प्रधानाचार्य
अ.ब.स विद्यालय
क.ख.ग. नगर
सेवा में,
श्रीमान _________ जी
विषय: राष्ट्रीय/राज्य स्तर के विशिष्ट खिलाड़ी
प्रधानाचार्य महोदय
हमारे विद्यालय में 25 मार्च 2025 को वार्षिक खेल-दिवस समारोह का आयोजन होने जा रहा है। यह हमारे छात्रों के लिए खेलों के महत्व को समझना और खेल की भावना को विकसित करना एक बेहतरीन अवसर है। आपका खेल जगत में योगदान और प्रेरणादायक सभी व्यक्तित्व के लिए एक आदर्श है।
हम आपके निर्देशन से हमारे छात्रों को प्रेरित करने के लिए आपको मुख्य अतिथि के रूप में सम्मानित करना चाहते हैं। आपकी उपस्थिति इस समारोह की शोभा बढ़ाएगी।
आपकी उपस्थिति विद्यार्थियों में खेल भावना और अनुशासन की प्रेरणा जाग्रत करेगी।
सधन्यवाद
आपका आज्ञाकारी छात्र
साहिल
13.(ख)
परीक्षा भवन
क. ख.ग. नगर
दिनांक – 21/08/2025
सेवा में,
संपादक महोदय,
दैनिक [समाचार-पत्र का नाम]
विषय: भीषण गर्मी के कारण जंगलों में लगने वाली आग पर चिंता एवं समाधान
मान्यवर,
सादर निवेदन है कि मैं आपके समाचार-पत्र का नियमित पाठक/पाठिका हूँ। आजकल भीषण गर्मी के चलते वैश्विक स्तर पर जंगलों में लगने वाली आग ने मानव जाति, वन्य जीवों और प्रकृति के अस्तित्व पर गंभीर संकट खड़ा कर दिया है। आए दिन समाचारों में यह पढ़ने और देखने को मिलता है कि कितने विशाल क्षेत्र में फैली आग ने लाखों पेड़-पौधों को नष्ट कर दिया, असंख्य जीव-जंतुओं की जान ले ली और वातावरण को प्रदूषित कर दिया। इन वनाग्नियों से निकलने वाला धुआँ और कार्बन न केवल स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य पर असर डालता है, बल्कि वैश्विक तापमान को भी असामान्य रूप से बढ़ा रहा है। यह स्थिति हम सभी के लिए अत्यंत चिंताजनक है।
इस संकट से निपटने हेतु हमें ठोस कदम उठाने होंगे। सबसे पहले, सरकार और समाज दोनों को मिलकर वनों की सुरक्षा के लिए सख्त कानून बनाएँ और उनका पालन सुनिश्चित करें। आधुनिक तकनीक जैसे उपग्रह निगरानी और ड्रोन का उपयोग करके समय रहते आग की पहचान और नियंत्रण किया जा सकता है। साथ ही, स्थानीय लोगों को जागरूक और प्रशिक्षित करना भी आवश्यक है ताकि आग फैलने से पहले रोकथाम की जा सके। इसके अतिरिक्त हमें पेड़ लगाने और वनों को संरक्षित करने के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाने होंगे।
अतः मेरा विनम्र अनुरोध है कि आपका प्रतिष्ठित समाचार-पत्र इस मुद्दे पर निरंतर लेखों और चर्चाओं के माध्यम से समाज में व्यापक चेतना फैलाए। यही सामूहिक प्रयास हमारे पर्यावरण और भविष्य को सुरक्षित कर सकते हैं।
भवदीय,
शोभित/शोभना
[पता]
14.सूचना लेखन
(क)
| आवासीय समिति अ.ब.स नगर सूचना दिनांक : 03 सितम्बर 2025 सोसायटी में आयोजित सात दिवसीय योग शिविर की सूचना आपको सूचित किया जाता है कि हमारी सोसायटी में सभी के शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के हित में सात दिवसीय योग शिविर का आयोजन किया जा रहा है। अवधि : 05 सितम्बर से 11 सितम्बर 2025 तक समय : प्रातः 6:00 बजे से 7:30 बजे तक स्थान : सोसायटी का सामुदायिक भवन प्रांगण विशेषताएँ :योग विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन, प्राणायाम एवं ध्यान की विशेष कक्षाएँ, स्वस्थ जीवनशैली और आहार पर परामर्श सभी निवासियों से निवेदन है कि अधिक से अधिक संख्या में भाग लेकर इस अवसर का लाभ उठाएँ। कृपया योगासन हेतु अपने व्यक्तिगत आसन/चटाई साथ लाएँ। आपका सहयोग इस शिविर को सफल बनाने में महत्वपूर्ण होगा। भवदीय, दिव्य/दिव्या (कल्याण सचिव) |
(ख)
| अ.ब.स. विद्यालय क.ख.ग. नगर दिनांक-21/07/2025 सूचना आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों के लिए विद्यालय में बुक-बैंक की स्थापना संबंधी सूचना सभी विद्यार्थियों को सूचित किया जाता है कि आर्थिक दृष्टि से कमजोर विद्यार्थियों की सहायता के लिए विद्यालय के पुस्तकालय में बुक-बैंक की स्थापना की गई है। इस बुक-बैंक के माध्यम से जरूरतमंद विद्यार्थी परीक्षा की पुस्तकों और अन्य पाठ्य सामग्री निःशुल्क प्राप्त कर सकते हैं। इच्छुक विद्यार्थी अपनी आवश्यकता की सूची पुस्तकालय प्रभारी को प्रस्तुत करें। यदि कोई विद्यार्थी बुक-बैंक में पुस्तक दान करना चाहता है, तो उसका स्वागत है। अधिक जानकारी के लिए पुस्तकालय प्रभारी से संपर्क करें। भवदीय, दिव्य/दिव्या सचिव, विद्यार्थी परिषद् |
15-विज्ञापन लिखिए
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15.(ख)
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16. (क)आप भैरव/भैरवी हैं। अपने क्षेत्र में सरकारी दवाखाना खुलवाने का निवेदन करते हुए नगर निगम स्वास्थ्य अधिकारी को लगभग 80 शब्दों में एक ई-मेल लिखिए।
- प्रेषक- ( From) pqr@gmail.com
- प्राप्तकर्ता- (To) abc@gmail.com।
- प्रतिलिपि (Cc) ct@gamil.com।
- गोपनीय प्रतिलिपि (Bcc) xyz@gmail.com
3 सितंबर 2025
8:30 सुबह
विषय : हमारे क्षेत्र में सरकारी दवाखाना खोलने हेतु निवेदन
मान्यवर,
मैं भैरव/भैरवी, आपके क्षेत्र का निवासी हूँ। हमारे मोहल्ले में कोई सरकारी दवाखाना नहीं है। लोगों को छोटी-छोटी बीमारियों के इलाज के लिए दूर जाना पड़ता है। गरीब और बुज़ुर्गों के लिए यह बहुत कठिन हो जाता है। अतः आपसे निवेदन है कि हमारे क्षेत्र में एक सरकारी दवाखाना खोलने की कृपा करें, जिससे जनता को सुविधा मिल सके।
सादर,
भैरव/भैरवी
(ख)”रविवार का दिन था। माँ रसोई में खाना बना रही थी तभी दरवाज़े पर दस्तक हुई।” – पंक्ति को आधार बनाकर लगभग 100 शब्दों में एक लघुकथा लिखिए।
रविवार का दिन था। माँ रसोई में खाना बना रही थी तभी दरवाज़े पर दस्तक हुई। मैंने दरवाज़ा खोला तो सामने एक बूढ़े बाबा खड़े थे। उनके कपड़े फटे हुए थे और हाथ में लाठी थी। उन्होंने धीमी आवाज़ में पानी माँगा। मैं तुरंत गिलास में पानी और कुछ फल लेकर आया। बाबा ने प्रसन्न होकर आशीर्वाद दिया, “बेटा, तेरा जीवन सुख और सफलता से भरे।” उनकी आँखों में चमक देखकर मेरा मन गदगद हो उठा। उसी क्षण समझ आया कि सच्चा उपहार दूसरों की मदद से मिलने वाला आशीर्वाद ही होता है।
सीख:जो दूसरों की मदद करता है, वही असली सुख पाता है।

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