अब कहाँ दूसरों के दुख से दुखी होने वाले
- छोटे– बड़े – छोटे और बड़े (द्वंद्व समास)
- पशु– पक्षी _ पशु और पक्षी(द्वंद्व समास)
- बेदखल– बिना दखल के (अव्ययीभाव समास)
- बेवक्त– बिना वक्त के (अव्ययीभाव समास)
- आत्मकथा –आत्म की कथा ( तत्पुरुष समास)
- पूजा –स्थल – पूजा के लिए स्थल (तत्पुरुष समास)
- दीया– बत्ती– दीया और बाती (द्वंद्व समास)
- परिंदो – चरिंदो– परिंदो और चरिंदो (द्वंद्व समास)
- विनाशलीला– विनाश की लीला (तत्पुरुष समास)
- असंतुलन– न संतुलन (नञ् तत्पुरुष समास)
- सहनशक्ति– सहने की शक्ति (तत्पुरुष समास)
- दिन–भर– पूरा दिन (अव्ययीभाव समास)
- युधिष्ठिर-युद्ध में स्थिर (तत्पुरुष समास)
- रात-भर -पूरी रात (अव्ययीभाव समास)

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