- मनः स्थिति- मन की स्थिति ( तत्पुरुष समास)
- जल समाधि- जल में समाधि (तत्पुरुष समास)
- ठीक-ठीक- बिलकुल ठीक ( अव्ययीभाव समास)
- कथावाचन-कथा का वचन
- सुबह-शाम- सुबह और शाम(द्वंद समास)
- भजन-कीर्तन= भजन और कीर्तन(द्वंद समास)
- विशाल मंदिर= विशाल है जो मंदिर (कर्मधारय समास)
- साधु-संत= साधु और संत(द्वंद समास)
- पर्व-त्योहार= पर्व और त्योहार(द्वंद समास)
- अन्न- वस्त्र= अन्न और वस्त्र (द्वंद समास)
- मन और तन= मन-तन (द्वंद समास)
- कृषि-कार्य= कृषि के लिए कार्य (तत्पुरुष समास)
- हलवा-पूड़ी= हलवा और पूड़ी(द्वंद समास)
- बाल-बच्चे= बाल और बच्चे(द्वंद समास)
- प्रतीक्षारत= प्रतीक्षा में रत (तत्पुरुष समास)
- अच्छे-अच्छे= बहुत अच्छे( अव्ययीभाव समास)
- यशोगान= यश का गान (तत्पुरुष समास)
- महादान = महान है जो दान (कर्मधारय समास)
- अकालमृत्यु= अकाल है जो मृत्यु (कर्मधारय समास)
- चिंतामग्न= चिंता में मग्न (तत्पुरुष समास)
- मिष्ठान्न = मीठा है जो अन्न (कर्मधारय समास)
- क्षमा-याचना= क्षमा के लिए याचना (तत्पुरुष समास)
- श्रद्धा के भाव= श्रद्धाभाव (तत्पुरुष समास)
- अचल= न चल(नञ् तत्पुरुष समास)
- प्रत्यक्ष= आँखों के सामने(अव्ययीभाव समास)
- देवलोक = देवताओं का लोक (तत्पुरुष समास)
- माया-मोह= ( माया और मोह) (द्वंद समास)
- धर्मसंकट= धर्म का संकट (तत्पुरुष समास)
- आत्मसमर्पण= आत्म का समर्पण (तत्पुरुष समास)
- जायदादहीन= जायदाद से हीन (तत्पुरुष समास)
- आदर-सम्मान= आदर और सम्मान(द्वंद समास)
- अविश्वास= न विश्वास (नञ् तत्पुरुष समास)
- गिद्धदृष्टि= गिद्ध के समान दृष्टि (कर्मधारय समास)
- दोपहर= दो पहरों का समूह ( द्विगु समास)
- अज्ञान= न ज्ञान(नञ् तत्पुरुष समास)
- घर-तलाशी= घर की तलाशी (तत्पुरुष समास)
- बंधनमुक्त= बंधन से मुक्त(तत्पुरुष समास)
- हस्तगत= हस्त को गत (तत्पुरुष समास)
- प्रतिदिन= हर दिन (अव्ययीभाव समास)
- धर्मस्थल= धर्म के लिए स्थल (तत्पुरुष समास)
- मठाधीश= मठ के लिए अधीश (तत्पुरुष समास)
- कुमार्ग= कु है जो मार्ग (कर्मधारय समास)
- महात्मा= महान है जो आत्मा(कर्मधारय समास)
- बेनकाब= विना नकाब के (अव्ययीभाव समास)
- बेसहारा= बिना सहारे के (अव्ययीभाव समास)
- सद्भाव= सत् है जो भाव(कर्मधारय समास)

Leave a comment