समास (Samaas)GRADE –10 (WORKSHEET-9 )
- ‘लौहपुरुष’ समस्त पद किस समास का उदाहरण है?
- ‘आमरण’ पद किस समास का उदाहरण है और क्यों?
- युद्ध में स्थिर -समस्तपद बनाकर समास के भेद का नाम लिखिए :
- श्वेत है अंबर जिसके-समस्तपद बनाकर समास के भेद का नाम लिखिए :
- ‘घुड़सवार’ सामासिक पद का विग्रह कीजिए और भेद भी लिखिए।
- कर्मधारय समास का एक उदाहरण दीजिए।
- ‘त्रिवेणी’ पद किस समास का उदाहरण है और क्यों?
- सुंदर हैं लोचन जिसके (स्त्री विशेष) समस्तपद बनाकर भेद का नाम लिखिए :
- खट्टा और मीठा-समस्तपद बनाकर भेद का नाम लिखिए :
- ‘देश निकाला’ सामासिक पद का विग्रह करके भेद भी लिखिए ।
- ‘देश-विदेश’ समस्त पद किस समास का उदाहरण है और क्यों ? (कारण सहित स्पष्ट कीजिए ।)
- अव्ययी भाव समास का एक उदाहरण लिखिए ।
- “पंच तंत्रों का समूह” के लिए समस्त पद बनाकर समास का नाम भी लिखिए ।
- गज जैसे आनन वाला (गणेश) प्रथम पूज्य माना जाता है। (रेखांकित पदों की जगह उपयुक्त समस्त पद लिखकर समास का नाम भी लिखिए ।)
- ‘आत्म गौरव’ सामासिक पद का विग्रह करके भेद भी लिखिए ।
- ‘दाल-भात’ किस समास का उदाहरण है और क्यों ?
- अव्ययी भाव समास का एक उदाहरण लिखिए ।
- ‘तीन रंगों वाला (राष्ट्रीय ध्वज)’ का समस्त पद बनाकर समास के भेद का नाम लिखिए ।
- ‘विद्यालय’ सामासिक पद का विग्रह करके भेद भी लिखिए ।
- ‘रात-दिन’ किस समास का उदाहरण है और क्यों ?
- बहुव्रीहि समास का एक उदाहरण दीजिए ।
- ‘लाल है जो बाजार’ का समस्त पद बनाकर भेद का नाम लिखिए ।
- पाँच वटों के समूह के नीचे माता सीता को रखा गया था। (रेखांकित पदों की जगह उपयुक्त समस्त पद लिखकर समास का नाम भी लिखिए ।)
- ‘रसोईघर ‘ सामासिक पद का विग्रह करके भेद भी लिखिए ।
- ‘गिरिधर ‘ सामासिक पद का विग्रह करके भेद भी लिखिए ।
ANSWER
- कर्मधारय समास
- आमरण – अव्ययीभाव समास, प्रथम पद अव्यय
- युधिष्ठिर – तत्पुरुष समास
- श्वेतांबर / श्वेतांबरा – बहुव्रीहि समास
- घोड़े पर सवार – तत्पुरुष समास
- नील कमल, विद्याधन आदि कोई भी उपयुक्त उदाहरण
- तीन वेणियों का समूह – द्विगु समास, प्रथम पद संख्यावाची -अथवा तीन वेणियों का संगम स्थल – बहुव्रीहि समास, अन्य पद प्रधान
- सुलोचना – बहुव्रीहि समास –
- खट्टा-मीठा – द्वंद्व समास
- देश से निकाला – तत्पुरुष समास
- द्वंद्व समास, दोनों पद प्रधान
- प्रतिदिन, यथासंभव
- पंचतंत्र – द्विगु समास
- गजानन – बहुव्रीहि समास
- आत्म का गौरव – तत्पुरुष समास
- द्वंद्व समास, दोनों पद प्रधान
- हाथों हाथ, आमरण (अन्य उपयुक्त उदाहरण भी स्वीकार्य)
- तिरंगा – बहुव्रीहि समास
- विद्या का आलय – तत्पपुरुष समास
- द्वंद्व समास, दोनों पद प्रधान
- चतुर्भुज, गिरिधर, नीलकंठ
- लालबाजार – कर्मधारय समास
- पंचवटी – द्विगु समास
- रसोई के लिए घर तत्पुरुष समास
- गिरि को धारण करने वाला है जो अर्थात श्रीकृष्ण बहुव्रीहि समास

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