- एक टाँग पर खड़े होना -(भक्ति दिखाने का प्रयास करना)
- होश ठिकाने आना -(वास्तविकता का पता चलना)
- प्यास बुझाना -(किसी इच्छा की पूर्ति करना)
- जबान की नोक पर उठाना- (नुक्ता-चीनी करना)
- गीली मिट्टी का लौंदा होना -(बहुत अधिक सीधा होना)
- सिर पर खड़े होना- (सामने रहना)
- चक्कर में पड़ना -(झमेले में फँसना)
- आसमान सिर पर उठाना – (शोर करना)
- चक्कर में पड़ना – झमेले में फँसना।
- चकरा जाना – समझ में न आना।
- लाली दौड़ना – शरमा जाना।
- दिल में उतर जाना-मन में समा जाना

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