।. एक शब्द या वाक्यांश या वाक्य में उत्तर लिखिएः
1. बालक का नाम क्या है?
उत्तरः बालक का नाम मधुआ है।
2. ठाकुर सरदार सिंह का लड़का कहाँ पढ़ता था?
उत्तरः ठाकुर सरदार सिंह का लड़का लखनऊ में पढ़ता था।
3. बड़े-बड़ों के घमंड चूर को कहाँ मिल जाते हैं?
उत्तरः बड़े-बडों के घमंड चूर होकर धूल में मिल जाते हैं।
4. गंदी कोठरी में बालक को खाने के लिए क्या मिला?
उत्तरः गंदी कोठरी में बालक को खाने के लिए एक पराठे का टुकड़ा मिला।
- शराबी के हाथ में कितने रुपये थे।
उत्तरः शराबी के हाथ में एक रुपया थे।
6. सीली जगह में सोते हुए बालक ने क्या ओढ लिया?
उत्तरः सीली जगह में सोते हुए बालक ने शराबी का कोट ओढ लिया।
7. बालक की आंखें किसकी सौगंध खा रही थी?
उत्तरः बालक की आंखें दृढ निश्चय की सौगंध खा रही थी?
l।. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए:
1. शराबी ठाकुर सरदार सिंह को कौन-कौन सी कहानियाँ सुनाता था?
उत्तरः ठाकुर सरदार सिंह का लड़का लखनऊ में पढ़ता था। ठाकुर सरदार सिंह कभी-कभी लखनऊ जाते थे। कहानी सुनने का बड़ा शौक था। वहाँ एक शराबी रहता था। ठाकुर साहब को मजेदार तथा लच्छेदार कहानियाँ सुनाकर खुश करता था। एक दिन शराबी ने गड़रिये की कहानी सुनाई तो ठाकुर साहब हंसने लगे। इस प्रकार शराबी अमीरों की रंग-रेलियाँ, नवाबों के सोने से दीन, दुखियों की दर्द भरी आहे, तथा रंग महलों में घुट-घुटकर मरने वाली बेगमों की कहानियाँ सुनाया करता था।
2. शराबी को बच्चा कहाँ मिला? वह उसे अपने साथ क्यों लाया?
उत्तरः शराबी से बात करते-करते ठाकुर साहब जब थक गए तो उन्होंने ₹1 देकर शराबी को जाने का आदेश दिया। साथ ही लल्लू जमादार को भेज देने के लिए भी कहा। जमादार लल्लू को खोजते हुए शराबी फाटक के बगल वाली कोठरी के पास पहुंचा तो एक बच्चा मार खा कर रोते हुए मिला। लल्लू उसे बुरी तरह डांट रहा था। शराबी उस बच्चे को साथ ले आया और रोने का कारण पूछा। लड़के ने रोते-रोते कहा- मैंने आज दिन भर कुछ नहीं खाया हैं। यह बात सुनकर शराबी को बालक पर दया आ गई। शराबी अपनी गंदी कोठरी में रखा पराठे का टुकड़ा खिलाने के लिए साथ ले आया और उसे एक पराठे का टुकडा खाने को दिया।
3. शराबी ₹1 से क्या खरीदना चाहता था और बाद में क्या खरीद लिया?
उत्तरः शराबी मधुआ को अपने घर में शरण देता है। वह मधुआ को एक पराठे का एक टुकड़ा खाने के लिए देता है। मधुआ का पेट भरने के लिए कुछ खरीदने दुकान पहुंचता है। वाह ₹1 से 12 आने का एक देशी अर्धा और दो आने की चाय, दो आने की पकौड़ी आलू मटर या फिर चारों आने का मांस खरीदना चाहता था। परन्तु मधुआ का खयाल आते ही वह आर्धा लेना भूल गया और मिठाई खरीद लाया।
4. शराबी के जीवन में मधुआ के आने के बाद क्या परिवर्तन आया?
उत्तरः मधुआ के मिलने से पहले शराबी का जीवन दिशाहीन तथा अस्त-व्यस्त था। वह ठाकुर सरदार सिंह को कहानियाँ सुनाकर, मिले हुए पैसों से शराब पीता था। जीवन में मधुआ के आने के बाद शराबी ने शराब पीना छोड़ दिया। उसे जिम्मेदारी का अहसास हुआ। पारिवारिक बंधन का अर्थ समझ में आया। मधुआ के आने से शराबी इतना संवेदनशील हो गया कि मधुआ को पालने के लिए कुछ-न-कुछ काम करना चाहा तथा हमेशा मधुआ को साथ रखने का निर्णय लिया।
5. मधुआ पात्र का चरित्र-चित्रण कीजिए।
उत्तरः मधुआ एक गरीब बच्चा था। देखने में सुन्दर तथा गोरे बदन वाला था। वह ठाकुर सरदार सिंह के यहाँ काम करता था। दिन भर कुंवर साहब का ओवरकोट लिए साथ घूमता है। रात को 9:00 बजे तक काम करता था। मधुआ जमादार से खाना मांगता है। जमादार लल्लू ने उसे मार-पीट कर भगा देता है। इस निर्धन बालक पर शराबी को दया आ गयी। उसे अपने यहाँ ले आकर खाना खिलाता है। दोनों अपना जीवन बिताने के लिए शान धरने की कल से दोनों मिलकर कुछ कमाने लगे और अपना जीवन बिताने लगे।

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