1. एक शब्द या वाक्यांश या वाक्य में उत्तर लिखिएः
- नानी शैलजा को किस नाम से पुकारती थी?
उत्तरः नानी शैलजा को सिलिया नाम से पुकारती थी।
2. सन् 1970 में सिलिया कौन-सी कक्षा में पढ़ रही थी?
उत्तरः सन् 1970 में सिलिया ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ रही थी।
3. किनकी बातों को सुनकर सिलिया के मन में आत्मविश्वास जाग उठा?
उत्तरः माँ की बातों को सुनकर सिलिया के मन में आत्मविश्वास जाग उठा।
4. मालती ने किस मोहल्ले के कुएं से पानी निकालकर पिया था?
उत्तरः मालती ने गाडरी मोहल्ले के कुएं से पानी निकालकर पिया था।
5. सिलिया किस दौड़ में प्रथम आई थी?
उत्तरः सिलिया लम्बी दौड़ और कुर्सी दौड में प्रथम आई थी।
6.हेमलता ठाकुर सिलिया के साथ किस कक्षा में पढ़ती थी?
उत्तरः हेमलता ठाकुर सिलिया के साथ पाँचवीं कक्षा में पढ़ती थी।
7. जहाँ चाह होती है, वहाँ क्या बनने लगती है?
उत्तर: जहाँ चाह होती है, वहाँ अपने-आप राह बनने लगती है।
8. प्रतिष्ठित साहित्य संस्था ने किस को सम्मानित किया?
उत्तरः प्रतिष्ठित साहित्य संस्था ने दलित कन्या, समाजसेवी, कवयित्री और सिलिया को सम्मानित किया।
।।. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए:
1. हिंदी अखबार ‘नई दुनिया में छपे विज्ञापन के बारे में लिखिए।
त्तरः सन 1970 की स्तर की बात है। सिलिया ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ रही थी। लोग उसकी शादी के विषय में चर्चा करने लगे थे। उसी साल हिंदी अखबार ‘नई दुनिया’ में एक विज्ञापन छपा। शूद्रवर्ण की वधू चाहिए। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के जाने-माने युवा नेता सेठजी एक अछूत कन्या के साथ विवाह करके, समाज के सामने एक आदर्श रखना चाहते थे। उनकी केवल एक ही शर्त थी कि लड़की कम से कम मैट्रिक पास होना चाहिए।
2. सिलिया की माँ ने गांव वालों की सलाह को क्यों नहीं माना?
उत्तरः गाँव के बहुत से पढ़े-लिखे लोगों ने बड़ा ब्राह्मणों ने सिलिया की माँ को सलाह दिया की सिलिया की माँ तुम्हारी बेटी मैट्रिक पढ़ रही है। बहुत होशियार है। समझदार भी हैं। तुम उसका फोटो, नाम, पता, लिखकर भेज दो। तुम्हारी बेटी के भाग्य खुल जाएंगे, राज करेगी। सेठ जी बहुत बड़े आदमी हैं। तुम्हारी बेटी की किस्मत अच्छी है। तब सिलिया कि माँ कहती हैं कि हाँ भैया जी, हाँ दादा जी सोच विचार करेंगे। माँ घरवालों को मौजूदा में समझाकर कहती है नहीं भैया ये सब बड़े लोगों चोंचले होते हैं। आज शादी कर लेंगे कल छोड़ देंगे, तो मैं क्या करूँगी? अपनी इज्जत अपने समाज में रहकर भी हो सकती है। हमारी बेटी न इधर की न उधर की रह रहेगी। उसे हमसे भी दूर कर दी जाएगी।
3. सिलिया के स्वभाव का परिचय दीजिए।
उत्तरः सिलिया-सांवली सलोनी मासूम भोली लड़की थी। वह गंभीर स्वभाव वाली लड़की थी। सिलिया की सहेलियां उसे छेडती और हँस्ती है। सिलिया मगर इन बातों पर कोई ध्यान नहीं देती थी। सिलिया गंभीर और सीधे स्वभाव की आज्ञाकारी लड़की थी। अपने जाति पर होने वाले भेद-भाव पर क्रोध था। वह भेदभाव को जड से निकालकर फेंकना चाहती है। वह अपनी माँ से हमेशा कहती थी कि मैं शादी नहीं करूंगी। खुद पढूंगी और अच्छा नाम कमाऊंगी। मैं किसी के सामने सिर झुकाना नहीं चाहती हूँ।
4. हेमलता की मौसी ने सीलिया के साथ कैसा बर्ताव किया?
उत्तरः हेमलता ठाकुर सिलिया के साथ ही पाँचवीं कक्षा में पढ़ती थी। एक दिन सिलिया हेमलता ने सिलिया को लेकर अपनी बहन के घर आई थी। सिलिया के हाथ में पानी का गिलास देखकर मौसी ने पूछा- तुम कौन हो? किसकी बेटी हो? हेमलता ने कहा- मौसी जी मेरी सहेली है। हमारे साथ ही आई है। इसके मामा-मामी इधर कहते हैं। उनका पता मालूम नहीं है। मौसी ने सिलिया की जाती पूछी। हेमलता ने धीरे से बता दिया। जाति का नाम सुनकर मौसीजी चौंक गयी। भैया ने पूछा गाड़ी मोहल्ला के पास रहते हैं। तब मौसी जी ने प्रेम से कहा-कोई बात नहीं बेटी! मैं साइकिल पर बिठा के वहाँ छोड़ आएँगे। ऐसा कहते हुए मौसीजी पानी ग्लास उसके हाथ से लेकर अंदर चली गई।
4. हेमलता की मौसी ने सीलिया के साथ कैसा बर्ताव किया?
उत्तरः हेमलता ठाकुर सिलिया के साथ ही पाँचवीं कक्षा में पढ़ती थी। एक दिन सिलिया हेमलता ने सिलिया को लेकर अपनी बहन के घर आई थी। सिलिया के हाथ में पानी का गिलास देखकर मौसी ने पूछा- तुम कौन हो? किसकी बेटी हो? हेमलता ने कहा- मौसी जी मेरी सहेली है। हमारे साथ ही आई है। इसके मामा-मामी इधर कहते हैं। उनका पता मालूम नहीं है। मौसी ने सिलिया की जाती पूछी। हेमलता ने धीरे से बता दिया। जाति का नाम सुनकर मौसीजी चौंक गयी। भैया ने पूछा गाड़ी मोहल्ला के पास रहते हैं। तब मौसी जी ने प्रेम से कहा-कोई बात नहीं बेटी! मैं साइकिल पर बिठा के वहाँ छोड़ आएँगे। ऐसा कहते हुए मौसीजी पानी ग्लास उसके हाथ से लेकर अंदर चली गई।
5. सिलिया ने मन ही मन क्या दृढ़ संकल्प किया?
उत्तरः सिलिया ने संकल्प किया कि दृढ़ संकल्प किया। बहुत आगे तक पढ़ेंगी और बढ़ती रहूँगी। जिन्होंने उन्हें समाज में अछूत बना दिया है। वह विद्या, बुद्धि और विवेक से दृढ को ऊँचा साबित करके रहेंगी। मैं किसी के सामने नहीं झुकूँगी। एक दिन अपनी माँ और नानी के सामने उसने दृद निश्चय के साथ कहा- मैं शादी नहीं करूँगी। मुझे बहुत आगे तक पढ़ना है।
6. सिलिया ने अपने संकल्प को किस प्रकार सरकार किया?
उत्तरः सिलिया ने सोचा वहाँ एक चिंगाड़ी है, जो मशाल बनकर अपने समाज की प्रगति के मार्ग को प्रकाशित करेगी।वह जीवन भर कोशिश करेगी कि समाज इन सब बातों को समझने और सही रूप में समाज का हकदार बने। जहाँ चाह होती है। वहाँ राह खुद बनने लगती है। सिलिया ने अपनी मंजिल को जान लिया। वह देश के कोने-कोने में जाकर सामाजिक जागृत का कार्य करने लगी। लगभग 20 वर्ष के बाद देश की राजधानी प्रख्यात सभागृह में एक प्रतिष्ठित साहित्य संस्था द्वारा एक महिला को सम्मानित किया जा रहा है। उन दलित मुक्ति आंदोलन के कार्यकर्ता विदेशी समाज से भी कवयित्री प्रसिद्ध लेखिका को मंत्री महोदय ने सम्मान पत्र स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। वह महिला कोई और नहीं थी, वह सिलिया थी।

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